चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के हेलिकाॅप्टर जब लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दबाव बनाने की रणनीति के उद्देश्य से मंडराते रहे, तो भारतीय सेना ने भी चीन के हौंसले ध्वस्त करते हुए अपनी वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को अग्रिम मोर्चे पर पैट्रोलिंग के लिए लगा दिया. भारत और चीन की सीमा के पास बनी पेंगोंगत्सो झील के पास अब भारतीय सैनिक लगातार गश्त कर रहे है. बीते पांच मई को दोनो देशों के लगभग दो ढाई सौ सैनिक आपस मे भिड़ गये थे जिसमें चीन के अधिक सेनिक घायल हुए थे. इस दौरान दोनो ओर के सेनिकों में हाथापाई तथा पथ्थरबाजी की घटना भी प्रकाश में आई थी. सूत्रों के अनुसार सीमा क्षेत्र में भारत पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने अपने दो अत्याधुनिक हेलिकाॅप्टर भारत के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास उड़ाने आरम्भ किए लेकिन भारतीय सेना ने भी अब अपनी रणनीति में महत्वपूर्ण बदलाव कर दिया है. भारतीय सेना अब ईंट का जवाब पथ्थर से देने की रणनीति पर काम कर रही है. चीन की सेना के हेलिकाॅप्टरों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास मंडराते देख इंडियन एयरफोर्स के अत्याधुनिक रूस निर्मित सुखोई लड़ाकू विमान तथा एमकेआई लडाकू विमानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास उड़ाने शुरु कर दीं. साथ ही सेना के सूत्रों से आ रही जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने पेंगोंगत्सो झील के पास भी नियमित निगरानी प्रारम्भ करते हुए गश्त बढा दी है. पेंगोंगत्सो झील पर भी चीन लगातार विवाद खड़ा करने का प्रयास करता रहता है. कुछ महीने पहले चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के जवानों ने पेगोंगत्सो झील के आधे भाग में अपनी वोट भी चलाई थी जिसका भारत ने कड़ा विरोध भी किया था. साथ ही सेना के प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया है कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने भारतीय सीमा क्षेत्र का उल्लंघन नही किया है तथा उस क्षेत्र में सैनिकों की संख्या भी नही बढाई गयी है. असल में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार और इसके वुहान से फैलने के चलते चीन में भी कई मौतें हुई कई लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित हुए है. चीन में लाॅकडाउन के चलते उद्योग बंद रहे जिससे वहां के लोगों में अपनी सरकार के प्रति आक्रोश है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तो खुले आम चीन पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी प्रयोगशाला से कोरोना के वायरस का संक्रमण फैलाया जिसके चलते अमेरिका में हजारों लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मारे गये तथा लाखों लोग इस वायरस जनित बीमारी से संक्रमित हो गये थे. एक आंकड़े के अनुसार दुनिया भर में लगभग कोरोना वायरस के संक्रमण से 42 लाख लोग संक्रमित हैं तथा 2,88000 से अधिक लोगों ने इस संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा दी. विशेषज्ञों की माने तो चीन में कोरोना के चलते लोगों को हुई भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा है और चीन की वामपंथी सरकार वहां की जनता का ध्यान इससे हटाने के लिए जानबूझकर भारत के साथ सीमाक्षेत्र में तनाव बढाने का प्रयास कर रही है तथा पिछले दिनों हुई सैन्य टकराव और वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के हेलिकाॅप्टरों की उड़ान चीन की इस योजना का हिस्सा हो सकता है. वहीं कुछ सामरिक मामलों के जानकार इसके पीछे चीन की पाकिस्तान को समर्थन देने की रणनीति भी हो सकती है. असल में जब से भारत और पाकिस्तान के बीच पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले गिलगिट, बाॅलटिस्तान तथा मुजफ्फराबाद को लेकर तनाव बढा तो भारतीय सेना की पाक अधिकृत कश्मीर पर किसी सम्भावित कार्यवाही को लेकर पाकिस्तान को समर्थन भी इसका एक कारण हो सकता है. भारत तथा पाकिस्तान के बीच कई जगहों पर सीमा का निर्धारण नही हो रखा है तथा इसके चलते भी कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ जाती हैं, जिसे स्थानीय स्तर पर दोनो देशों के सैन्य अधिकारी मिल बैठकर सुलझा भी देते हैं। विभू ग्रोवर।।
चीन की हरकत के मायने समझिये
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